माइक्रोवेव खरीद घोटाला...

माइक्रोवेव खरीद घोटाला.
इस सामूहिक परिवार की कमान कुछ समय से ताउजी के पास है.
घर की सामान्य बैठक में माताजी ने बताया कि वो पिछले कई दिनों से किचन के लिए एक माइक्रोवेव चाहती हैं.
छोटे चाचा ने बताया कि इस इस विषय पर दस्सू इलेक्ट्रॉनिक्स वालों से बात चल ही रही थी कि घर की कमान ताऊजी के पास चले गयी,वैसे दस्सू इलेक्ट्रॉनिक्स वालों ने पाँच हज़ार का कोटेशन दिया था और यह कि इन्सटौल करने की बात दामाद जी से तय हुई थी.
ताऊजी ने बताया कि दस्सू इलेक्ट्रॉनिक्स वालों से सौदा तय हो गया है.माइक्रोवेव बस आता ही है.
छोटे चाचा ने ताऊजी से पूछा कि कितने में सौदा तय हुआ और इन्सटौल कौन करेगा.
ताऊजी ने बताया कि रेट नहीं खोला जा सकता, दस्सू इलेक्ट्रॉनिक्स वालों ने मना किया है.उन्होंने बताया कि हमें दस्सू इलेक्ट्रॉनिक्स वालों ने सस्ते में माइक्रोवेव देने का वादा किया है और अगर रेट खुल गया तो दस्सू इलेक्ट्रॉनिक्स वालों को सभी ग्राहकों को इस ही रेट में देना पडेगा.यह भी बताया कि इन्सटौल करने मौसी का बेटा आ रहा है.
बड़े चाचा ने कहा कि चूँकि माइक्रोवेव सामूहिक कमाई से खरीदा जाना है इसलिए ताऊजी को रेट का खुलासा करना चाहिए.यह भी कहा कि मौसी का बेटा अभी इन्सटौल करने के काम में नौसिखिया है इसलिए यह काम दामाद जी से कराना ही ठीक रहेगा.
बहस छिड़ गयी. माताजी का पक्ष था कि उन्हें माइक्रोवेव चाहिए, पड़ोस के शर्मा जी के पास कब से है. ताऊजी ने कहा कि निश्चिंत रहो,सस्ता ले रहे हैं.चाचाजी ने कहा कि रेट तो बताने ही पड़ेंगे.चाचाजी ने यह भी कहा कि इन्सटौल दामाद जी से ही कराना चाहिए.
मामला दादाजी के पास ले जाना पडा.
दादाजी चाहते थे कि परिवार के सब सदस्य अंग्रेज़ी सीखें.ताऊजी ने अपना अंग्रेज़ी ज्ञान बघारने की नीयत के चलते मामला अंग्रेज़ी में दादाजी के सम्मुख प्रस्तुत किया.
ताऊजी ने दादाजी के कान में फुसफुसाकर रेट भी बता दिया.उन्होंने यह सोचते हुए, कि घर के बाकी सदस्य अंग्रेज़ी नहीं जानते, अंग्रेज़ी में यह भी कह दिया कि घर की खरीद फ़रोख्त कमेटी ने अपनी संस्तुति इस मामले में दे दी है.
दादाजी ने अंग्रेज़ी में उद्घोषणा करी कि वह अब परिवार की कमाई में कोई योगदान नहीं करते इसलिए रेट के मामले में कुछ नहीं बोलेंगे.माताजी ने उन्हें बताया है कि माइक्रोवेव चाहिए ही चाहिए इसलिए इस की आवश्यकता पर कोई संदेह नहीं है. उन्होंने यह भी कहा कि माताजी ने उन्हें बताया है कि दस्सू इलेक्ट्रॉनिक्स वालों का माल अच्छा ही होता है. ऐसी स्थिति में माइक्रोवेव की गुणवत्ता पर सवाल नहीं उठाया जा सकता.उन्होंने यह भी कहा कि मामला जब खरीद फ़रोख्त कमेटी से पास है तो वो इस मामले में कुछ कहने की स्थिति में नहीं हैं.
बड़े चाचा का बेटा काम चलाऊ अंग्रेज़ी जानता था.उसने छोटे चाचा को खरीद फ़रोख्त कमेटी वाली बात बता दी.बात बढ़ गयी.ताऊजी ने बड़े चाचा के बेटे को डपटते हुए कहा कि सिर्फ
हाऊ आर यू, आई एम् फाइन
सीखने भर से अंग्रेज़ी नहीं आ जाती, उसे व्याकरण पर मेहनत करनी चाहिए. बड़े चाचा के बेटे ने अपने व्याकरण टेस्ट के नंबर दिखा दिए. उसे १० बट्टा १० नंबर मिले थे.ताऊजी ने कहा कि शायद मुझसे ही व्याकरण में कोई ग़लती हुई है. कल फिर से तैयार करके दादाजी को बताऊँगा.
क्रमशः

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