गरीब उद्योगपतियों को नकतालीस प्रतिशत आरक्षण.

सदन की पहली मंजिल के सभी सदस्य बिल से पास हए. कुछ उसके अन्दर घुसे बिना ही पास हो गए.

ऊपरी मंजिल के सदन में चर्चा जारी है की क्या मोटे सदस्य इस बिल में घुस पाएँगे?

कुछ मोटे सदस्यों ने बिल में घुसने का प्रयत्न किया.
इन में से ज्यादातर सदस्य इस बिल में घुस कर बाहर निकल गए.

उन्होंने कहा कि बाप रे! बिल में घुसकर ही पता चलता है की कितना सफोकेशन (दमघोंटू वातावरण ) है.

उनका कहना था की बात यदि गरीब उद्योगपतियों की न होती तो इस बिल के दमघोंटू वातावरण के कारण वो इस बिल से गुजरने का यत्न कभी न करते.

बिल बनाने वाले सदस्यों ने कहा की बिल बनाना ज़रूरी था, इसलिए बना दिया,जैसा बना है वैसा ही ठीक है.अभी कुछ सदस्य बिल से गुजरने बाकी हैं परन्तु उनका कहना है कि जैसे तैसे वो भी गुज़र ही जाएँगे.

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