सवाल
सवाल क्यों न उठे राहबर की नीयत पर,
मैं हूँ परवाना, मुझे रोशनी दिखाता है.
वो खिलाड़ी ज़रूर खेल से भी ऊपर है,
खेल से पहले कोई खेल खेल जाता है.
यों कोई पेश नहीं आता है माँ के साथ,
यहाँ का आदमी नदी को माँ बताता है.
मैं हूँ परवाना, मुझे रोशनी दिखाता है.
वो खिलाड़ी ज़रूर खेल से भी ऊपर है,
खेल से पहले कोई खेल खेल जाता है.
यों कोई पेश नहीं आता है माँ के साथ,
यहाँ का आदमी नदी को माँ बताता है.
sundar !!!!
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